इंजीनियरिंग को आज भी भारत में एक मजबूत करियर विकल्प माना जाता है। इस क्षेत्र से जुड़े कोर्स करने के बाद न केवल देश में बल्कि विदेशों में भी बेहतरीन जॉब के मौके मिलते हैं। 12वीं कक्षा के तुरंत बाद छात्र बीटेक जैसे तकनीकी कोर्सों में दाखिला ले सकते हैं। हालांकि कॉलेज और कोर्स का चुनाव पूरी तरह से स्टूडेंट की रुचि और क्षमता पर निर्भर करता है। हर साल लाखों स्टूडेंट्स जेईई मेंस जैसी प्रमुख इंजीनियरिंग परीक्षाओं में शामिल होते हैं ताकि वे अपने इंजीनियरिंग करियर की मजबूत नींव रख सकें।
सरकारी कॉलेज क्यों हैं बेहतर विकल्प?
भारत में ऐसे कई इंजीनियरिंग संस्थान हैं जो उच्च स्तरीय तकनीकी शिक्षा प्रदान करते हैं। जहां निजी कॉलेजों की फीस काफी अधिक होती है, वहीं सरकारी इंजीनियरिंग कॉलेज कम फीस में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने के लिए जाने जाते हैं। यही वजह है कि अधिकतर छात्र सरकारी संस्थानों से पढ़ाई करना चाहते हैं। एक आम धारणा है कि सरकारी इंजीनियरिंग कॉलेजों में प्रवेश केवल जेईई मेंस स्कोर के आधार पर ही होता है। लेकिन सच्चाई यह है कि देश में कई ऐसे प्रतिष्ठित सरकारी कॉलेज हैं, जिनमें दाखिले के लिए अलग-अलग प्रवेश परीक्षाएं आयोजित होती हैं।
जेईई स्कोर के बिना भी इन कॉलेजों में मिल सकता है एडमिशन
सरकारी इंजीनियरिंग कॉलेजों की एक लंबी सूची है जहां जेईई मेंस या जेईई एडवांस्ड स्कोर के बिना भी दाखिला संभव है। कुछ राज्यों में अलग प्रवेश परीक्षाएं आयोजित की जाती हैं, जिनके जरिए छात्र अपने इंजीनियर बनने के सपने को साकार कर सकते हैं। हम यहां आपको ऐसे ही कुछ प्रमुख सरकारी इंजीनियरिंग कॉलेजों के बारे में जानकारी दे रहे हैं जो आपके करियर के लिए मील का पत्थर साबित हो सकते हैं।
महाराष्ट्र के ये कॉलेज लिस्ट में सबसे ऊपर
वीरमाता जीजाबाई टेक्नोलॉजिकल इंस्टीट्यूट, मुंबई
मुंबई में स्थित वीरमाता जीजाबाई टेक्नोलॉजिकल इंस्टीट्यूट (VJTI) भारत के सबसे पुराने तकनीकी संस्थानों में से एक है। इसकी स्थापना वर्ष 1887 में की गई थी और यह पहले विक्टोरिया जुबली टेक्निकल इंस्टीट्यूट के नाम से जाना जाता था। यह संस्थान बीई, बीटेक, एमसीए, पीएचडी सहित कई डिप्लोमा कोर्सेज प्रदान करता है। यहां एडमिशन महाराष्ट्र कॉमन एंट्रेंस टेस्ट (MHT CET) के माध्यम से होता है।
इंस्टीट्यूट ऑफ केमिकल टेक्नोलॉजी, मुंबई
आईसीटी मुंबई भी एक प्रमुख सरकारी संस्थान है जो विशेष रूप से केमिकल टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में उत्कृष्टता के लिए जाना जाता है। वर्ष 2025 की एनआईआरएफ रैंकिंग में यह कॉलेज 41वें स्थान पर रहा है। यहां एडमिशन भी एमएचटी-सीईटी के स्कोर के आधार पर होता है।
पश्चिम बंगाल का प्रतिष्ठित संस्थान
जादवपुर यूनिवर्सिटी, कोलकाता
जादवपुर यूनिवर्सिटी कोलकाता में स्थित एक प्रमुख सरकारी विश्वविद्यालय है, जो इंजीनियरिंग सहित अन्य कई पाठ्यक्रमों की पढ़ाई कराता है। यहां बीटेक, बी.फार्मा, बीएड और बीएससी जैसे कोर्स उपलब्ध हैं। इंजीनियरिंग कोर्स में दाखिला वेस्ट बंगाल जॉइंट एंट्रेंस एग्जाम (WBJEE) के माध्यम से होता है। 2025 की एनआईआरएफ रैंकिंग में यह यूनिवर्सिटी 12वें स्थान पर थी, जो इसकी शैक्षणिक गुणवत्ता को दर्शाता है।
जानिए अन्य प्रतिष्ठित कॉलेजों की पूरी लिस्ट
भारत के विभिन्न राज्यों में स्थित निम्नलिखित सरकारी इंजीनियरिंग कॉलेज भी छात्रों के लिए बेहतरीन विकल्प हो सकते हैं:
- वीरमाता जीजाबाई टेक्नोलॉजिकल इंस्टीट्यूट, मुंबई
- इंस्टीट्यूट ऑफ केमिकल टेक्नोलॉजी, मुंबई
- महाराजा सयाजीराव यूनिवर्सिटी ऑफ़ बड़ौदा, गुजरात
- लालभाई दलपतभाई कॉलेज ऑफ़ इंजीनियरिंग, अहमदाबाद
- जवाहरलाल नेहरू टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी कॉलेज ऑफ़ इंजीनियरिंग, हैदराबाद
- यूनिवर्सिटी कॉलेज ऑफ़ इंजीनियरिंग, विशाखापत्तनम
- गवर्नमेंट कॉलेज ऑफ़ इंजीनियरिंग, कराड, महाराष्ट्र
- जादवपुर यूनिवर्सिटी, कोलकाता
- डॉ. आंबेडकर इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी, बैंगलोर
- श्री वेंकटेश्वरा यूनिवर्सिटी कॉलेज ऑफ़ इंजीनियरिंग, तिरुपति
सरकारी इंजीनियरिंग कॉलेज में एडमिशन की प्रक्रिया
इन कॉलेजों में प्रवेश के लिए राज्यों द्वारा आयोजित की जाने वाली प्रवेश परीक्षाओं जैसे कि MHT CET, WBJEE, TS EAMCET, AP EAMCET आदि में भाग लेना आवश्यक होता है। छात्र इन परीक्षाओं की तैयारियों के लिए 12वीं के साथ-साथ संबंधित सिलेबस को अच्छे से पढ़ें और मॉक टेस्ट की मदद लें।
निष्कर्ष: सही चुनाव से ही बनेगा करियर
यदि आप इंजीनियरिंग में भविष्य बनाना चाहते हैं, तो सरकारी कॉलेजों में दाखिला लेना आपके लिए समझदारी भरा कदम हो सकता है। न केवल फीस किफायती होती है, बल्कि शिक्षकों का अनुभव, प्लेसमेंट और सरकारी मान्यता भी बेहतर होती है। ऊपर दी गई सूची और जानकारी आपको सही निर्णय लेने में मदद कर सकती है।